दोस्तों आज हम आपको गाजर का हलवा बनाने का आसान तरीका बतायेंगे, गाजर का हलवा कैसे बनता है इसके साथ साथ हम आपको गाजर के फायदे और नुकसान के बारे में भी बतायेंगे तो चलिए शुरू करते हैं
गाजर विटामिन पाया जाता है जो हमें लंग इन्फेक्शन और अन्य मौसमी एलर्जी से बचाता है गाजर का हलवा हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है गाजर में बीटा कैरोटीन होती है जो त्वचा को सुरक्षित रखती है गाजर का हलवा सर्दियों में खाने से बहुत ही फायदे होते हैं।
Contents
- 1 गाजर का हलवा रेसिपी इन हिंदी | Gajar ka halwa kaise banaye
- 2 गाजर खाने के फायदे-
- 3 गाजर का सेवन करने के नुकसान-
- 4 गाजर का हलवा काला क्यों हो जाता है?
- 5 गाजर का हलवा के लिए कौन सा राज्य प्रसिद्ध है?
- 6 क्या गाजर का हलवा सेहत के लिए अच्छा है?
- 7 2 किलो गाजर के हलवे में कितनी शक्कर डालें?
- 8 गजरेला और गाजर के हलवे में क्या अंतर है?
- 9 क्या हम सोमवार के व्रत में गाजर का हलवा खा सकते हैं?
- 10 क्या हम नवरात्री के व्रत में गाजर का हलवा खा सकते है?
- 11 क्या प्रेगनेंसी में गाजर का हलवा खाया जा सकता है?
गाजर का हलवा रेसिपी इन हिंदी | Gajar ka halwa kaise banaye
आज हम जानेगे गाजर का हलवा कैसे बनाते है इसकी सामग्री और बनाने की विधि-
गाजर का हलवा मुख्य सामग्री
गाजर – 2किलो
चीनी – 250ग्राम
इलायची पाउडर – 1चम्मच
दूध – 1 लीटर
ड्राई फ्रूट्स – कटे हुए
घी – ½ कप
गाजर का हलवा बनाने की विधि-
- सबसे पहले गाजर को धो लेंगे और छीलकर कद्दूकस कर लेगे।
- फिर दूध को उबालने के लिए गैस पर रख देंगे दूध को हम तब तक उबालेंगे जब तक वह आधा ना हो जाए।
- बीच-बीच में एक चमचे की सहायता से चलते रहेंगे।
- दूसरी तरफ कढ़ाई में 2-3 चम्मच घी डालकर गर्म करेगे घी गर्म होने के बाद इसमें कद्दूकस किया हुआ गाजर डालकर मिक्स करेंगे और 5 से 8 मिनट तक पकने देंगे।
- बीच-बीच में एक चम्मच की सहायता से चलाते रहेंगे साथ ही दूध को भी चलाते रहेंगे।
- गाजर को तब तक तक पकाएंगे जब तक गाजर गल ना जाए।
- गाजर पकने के बाद उसमें चीनी डालकर मिक्स करेंगे चीनी डालने पर चीनी पानी छोड़ देती है तो हम 10 मिनट तक जब तक पानी सुख न जाए तब तक पकाएंगे।
- अब इसमें दूध डालकर मिक्स करेंगे फिर इसमें इलायची पाउडर, 2-3 चम्मच घी और ड्राई फ्रूट्स डालकर 2-3 मिनट तक धीमी आंच में पकाएं।
- फिर गैस बंद कर देंगे और अब इसे खाने के लिए गरमा-गर्म सर्व करेंगे।
गाजर का हलवा खोये वाला-
गाजर का हलवा खोये वाला भी ऐसे ही बनेगा उसमे हम दूध को पहले मिला देते है और खोये को बाद में भून कर ड्राई फ्रूट्स के साथ मिलाते है।
गाजर खाने के फायदे-
- गाजर हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है गाजर फाइबर और विटामिन से भरपूर होता है।
- गाजर के सेवन से हमारी आंखों की रोशनी बढ़ती है।
- पेट में कीड़ों को भी खत्म करता है।
- खून की कमी को दूर करता है।
- कमजोर पाचन शक्ति को ठीक करता है।
- रोग प्रतिरोधक शक्ति को सुधारना है।
- हमारे हृदय के लिए स्वस्थ होता है।
- गाजर के सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है।
- गाजर के सेवन से त्वचा में चमक आती है।
गाजर का सेवन करने के नुकसान-
- गाजर हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। पर हमें इसका बहुत ही अधिक मात्रा में सेवन नही करना चाहिए ये हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
- गाजर के ज्यादा सेवन से शरीर का रंग फीका पड़ने लगता है।
- शुगर के मरीजों को भी गाजर का सेवन नहीं करना चाहिए।
- शरीर के तत्वों में कमी आ जाती है।
- पेट से जुडी समस्या जैसे- गैस, दस्त, पेट फूलना जैसी बीमारी हो सकती है।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी गाजर का सेवन कम करना चाहिए।
Note – स्वास्थ्य सम्बंधी सभी बातें सिर्फ education purpose (जानकारी सम्बंधी), इनका पालन करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें
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गाजर का हलवा काला क्यों हो जाता है?
गाजर का हलवा बनाते समय हमें गाजर को घी में नहीं तलना चाहिए इससे उसका रंग बदल जाता है और हलवा काला हो जाता है गाजर और दूध को एक साथ ही कढ़ाही में डालकर दूध सोखने तक पकाना चाहिए और गाजर खरीदते समय भी अच्छे गाजर लेने चाहिए कुछ गाजर भी काली हो जाती है ऐसी गाजर से भी हलवा काला हो जाता है।
गाजर का हलवा के लिए कौन सा राज्य प्रसिद्ध है?
गाजर का हलवा, जिसे गजरेर हलुआ, गजरेला, गाजर पाक के नाम से जानते है गाजर का हलवा एक अवधी व्यंजन है यह एक गाजर की मिठाई है यह पानी, दूध, कसा गाजर, मावा, घी और चीनी को मिलाकर बनाई जाती है भारत में सभी त्योहारो, शादियों या किसी भी फंशन में बनाया जाता है गाजर का हलवा सर्दियों में बहुत बनाया और खाया जाता है।
क्या गाजर का हलवा सेहत के लिए अच्छा है?
गाजर का हलवा बनाने के लिये जिन-जिन सामग्रीयों का उपयोग होता है वो सारी ही सेहतमंद के लिये फायदेमंद है जिनमे सबसे पहले है गाजर! गाजर में विटामिन ए, सी, के और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है फिर है दूध इसमें केल्सियम पाया जाता है जो हड्डियों के घनत्व में सुधार करता है और “छिद्रपूर्ण हड्डी” की स्थिति को रोकता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस का एक लक्षण है इसके बाद है घी जो की सेहत के लिये बहुत ही लाभकारी है क्योंकि यह स्वस्थ त्वचा को बढ़ावा देने और हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है यह वजन बढ़ाने में भी मदद करता है।
2 किलो गाजर के हलवे में कितनी शक्कर डालें?
2 किलो गाजर के हलवे की सामग्री-
2 kg गाजर, 1½ लीटर दूध, 1 चम्मच इलायची पाउडर, 200 ग्राम खोया, 5-7 टेबल स्पून घी, 500 ग्राम चीनी (आप मीठा अपने हिसाब से रख सकते है) ड्राई फ्रूट्स (आप अपने अवसक्तानुसार कम ज्यादा डाल सकते है)
अगर आपको मीठा कम पसंद है और आप हलवा बनाते समय हलवे में खोया डाल रहे है तो चीनी कम डाले क्युकि खोये डालने से हलवा और भी मीठा हो जायेगा।
गजरेला और गाजर के हलवे में क्या अंतर है?
गजरेला और गाजर के हलवे में कोई अंतर नहीं है दोनों एक ही तरह बनाए जाते हैं गाजर का हलवा जिसमें सिर्फ दूध का इस्तेमाल किया गया हो खोए का नहीं उसे गाजर का गजरेला भी कहा जाता है यह सिर्फ गाजर, दूध और ड्राई फ्रूट से बनता है।
क्या हम सोमवार के व्रत में गाजर का हलवा खा सकते हैं?
हां, सोमवार के व्रत में गाजर का हलवा खाया जा सकता है।
क्या हम नवरात्री के व्रत में गाजर का हलवा खा सकते है?
हां, नवरात्री के व्रत में गाजर का हलवा खाया जा सकता है।
क्या प्रेगनेंसी में गाजर का हलवा खाया जा सकता है?
हां, प्रेगनेंसी में गाजर का सेवन करना फायदेमंद होता है। पर एक बर चिकित्सक से सलाह अवश्य लें
प्रेगनेंसी में गाजर खाने के फायदे-
इससे आपका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है। व लीवर की भी सफाई होती है।
इसके सेवन से इंफेक्शन से बची रहती हैं। यह आपके गर्भस्थ शिशु की मांसपेशियां त्वचा को स्वस्थ बनाता है।
यदि आपको खून की कमी है तो इसका सेवन अवश्य करें।
यह कैल्शियम का भी स्रोत है जो शिशु की हड्डियों को मजबूत बनाता है।
इसमें फाइबर होते हैं जिससे पाचन सही रहता है।
यदि आप गाजर का जूस पीती है तो यह शिशु को जोंडिस से बचाएगा।