इस आर्टिकल में (Bajre ki roti) बाजरे की रोटी कैसे बनाते हैं, बाजरे की रोटी के फायदे और नुकसान एवं इससे जुडी अन्य जानकारियाँ दी गयी हैं
ठंड के मौसम में हम सभी अपनी डाइट में तरह-तरह के फूड आइटम शामिल करते हैं इन्हीं में से एक है बाजरा। अधिकांश घरों में बाजरे का प्रयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजन तैयार करने के लिए किया जाता है। बाजरा न केवल आपके शरीर को गर्म रखने में मदद करता है बल्कि आपको भरपूर ऊर्जा भी प्रदान करता है। इतना ही नहीं, यह पाचन तंत्र को बेहतर काम करने में मदद करता है और सर्दियों के मौसम में वजन घटाने में मदद करता है।
बाजरे की रोटी बाजरे के आटे से बनी पारंपरिक उत्तर भारतीय रोटी है। यह राजस्थान में एक लोकप्रिय व्यंजन है और आमतौर पर दोपहर और रात के खाने के लिए सूखी करी या सब्जियों के साथ परोसा जाता है। यह शुष्क या गर्म जलवायु में विशेष रूप से लोकप्रिय है क्योंकि इसे शरीर पर शीतलन प्रभाव माना जाता है और आवश्यक पूरक पोषण प्रदान करता है आज हम अपने इस आर्टिकल में बाजरे के बारे में विस्तार से जानेगे।
Contents
- 1 बाजरे की रोटी कैसे बनाते हैं | Bajre ki roti kaise banayen
- 2 बाजरा का आटा | Bajra ka atta
- 3 बाजरे की रोटी बनाने की सामग्री
- 4 बाजरे की रोटी किसके साथ खानी चाहिए | Bajre ki roti kiske sath khaye
- 5 बाजरे की रोटी में कितना प्रोटीन होता है
- 6 बाजरे की रोटी के फायदे और नुकसान | Bajre ki roti ke fayde aur nuksan
- 7 बाजरे की रोटी से सम्बंधित पूछे जाने वाले सवाल
बाजरे की रोटी कैसे बनाते हैं | Bajre ki roti kaise banayen
Bajre ki roti- वैसे तो आपने बाजरे से बनी खिचड़ी और अन्य व्यंजन खाए होंगे, लेकिन बाजरे के आटे की रोटी बनाने का एक अलग ही अनुभव होता है. इसे सर्दियों की सब्जियों के साथ खाया जा सकता है। हालांकि, बहुत से लोग शिकायत करते हैं कि उनकी बाजरे की रोटी टूट जाती है या बहुत सख्त होती है। शायद आपको भी इसी तरह के मुद्दों का सामना करना पड़ा हो। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बाजरे की रोटी बनाने की कुछ आसान तरकीबें बताएंगे।
बाजरे की रोटी बनाते समय जरूरी है कि हमेशा ताजा आटा ही इस्तेमाल किया जाए अगर आप 15-20 दिन के रखे हुए बाजरे के आटे का इस्तेमाल करते हैं तो आपकी रोटी अंत में अच्छी नहीं बनेगी।
बाजरा का आटा | Bajra ka atta
एक साथ ना गूंथे आटा – बाजरे की रोटी बनाने में आटा तैयार करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। जब आप बाजरे के आटे को गूंथते हैं, तो ध्यान रखें कि आप उतना ही आटा गूंथें, जितनी आप रोटी बनाने जा रही हैं यदि आप आटे को अधिक गूंथ लेते हैं, तो रोटी बहुत नरम हो जाएगी और उसे बेलने और सेंकने में काफी दिक्कत होगी।
अगले स्टेप में, आपको गूंथा हुआ आटा दो-तीन मिनट तक मसलना चाहिए। इससे आटा सॉफ्ट हो जाएगा और बाजरे की रोटी भी नरम और फूली-फूली बनेगी। ध्यान रखें कि आटे को मसलने के बाद तुरंत रोटी बनाना चाहिए, ताकि आटा न जम जाए इसलिए, अपनी बाजरे की रोटी को नरम और स्वादिष्ट बनाने के लिए, आपको उचित तरीके से आटा तैयार करने की आवश्यकता होती है।
जब बाजरे की रोटी बनाने की बात आती है, तो पानी का तापमान बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। आटा गूंथते समय गुनगुना पानी ही इस्तेमाल करना चाहिए ताकि रोटी सही ढंग से बने।
अगला बहुत महत्वपूर्ण चरण है तवा की तैयारी। उसे अच्छी तरह से गरम करना जरूरी होता है। एक बार तवा गरम हो जाने पर, बाजरे की रोटी को तवे पर रखें। ध्यान रखें कि गैस का फ्लेम ना तो बहुत कम हो और ना ही बहुत अधिक होना चाहिए।
मीडियम आंच पर रोटी को सेंकें अधिक गैस का फ्लेम होने से रोटी अंदर से सख्त हो जाती है और कम गैस के फ्लेम से उसे सिकने में काफी समय लगता है। सही तापमान पर रखने से आपकी बाजरे की रोटी सही ढंग से बनेगी और आपकी रोटी के स्वाद का मजा उठाने का आनंद मिलेगा।
इन टिप्स की मदद से बाजरे की रोटी बनाना एक आसान काम हो जाता है आप भी इन टिप्स का उपयोग करके एकदम सॉफ्ट बाजरे की रोटी बनाकर अपने परिवार को खुश कर सकते हैं। इस लेख को पढ़ने के बाद अपनी राय हमारे साथ शेयर करना ना भूलें। इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें ताकि वे भी इन टिप्स का उपयोग कर सकें।
बाजरे की रोटी बनाने की सामग्री
- बाजरे का आटा – 2 कप
- गेहूं का आटा 1/4 कप
- नमक – स्वादनुसार
- गेहूं का आटा – बेलने के लिए
- सफेद मक्ख़न या घी – चुपड़ने के लिए
- गुनगुने पानी – 3/4 कप
बाजरा की रोटी बनाने की विधि | Bajra ki roti banane ki vidhi
- सबसे पहले बाजरे का आटा, गेहू का आटा और नमक को एक गहरे बाउल में डालकर मिलाएंगे।
- फिर उसे लगभग 3/4 कप गुनगुने पानी का प्रयोग कर नरम आटा गूंथ लेंगे ।
- इसके बाद आटे को 8 भाग में बाँट लेंगे।
- आटे के प्रत्येक भाग को थोड़े सूखे आटे का प्रयोग करके गोल आकार में बेल लेंगे।
- एक नॉन-स्टिक तवा गरम करें, इसमें रोटी रखकर, कुछ सेकन्ड तक या उपर हल्के दाग पड़ने तक पका लेंगे।
- बाजरा की रोटी को पलटकर, दुसरी ओर से कुछ और सेकन्ड तक पका लेंगे ।
- बाजरा रोटी को चिमटे से उठाकर खूली आँच पर डालकर, दोनो तरफ सुनहरे दाग पड़ने तक सेंक लेंगे।
- अब इसी तरह से सभी रोटियों को बना कर सेंक लेगे।
- फिर बाजरा रोटी के दोनों साइड मक्ख़न या घी लगाकर तुरंत खाने के लिए सर्व करेंगे ।
बाजरे की रोटी किसके साथ खानी चाहिए | Bajre ki roti kiske sath khaye
(Bajre ke aate ki roti) बाजरे की रोटी को भाखरी भी कहा जाता है। इसका स्वाद बेहद रूचिकर होता है जब इसे लहसुन की तीखी चटनी के साथ परोसा जाता है। बाजरे की रोटी को आप दाल, सब्जी, साग या किसी भी अन्य व्यंजन के साथ सम्भव होते हुए स्वादिष्ट तरीके से परोस सकते हैं। हालांकि, बाजरे की रोटी को चने के साग के साथ खाने का अलग ही मजा होता है, जो राजस्थान के सर्द मौसम में लोगों द्वारा बहुत पसंद किया जाता है।
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बाजरे की रोटी में कितना प्रोटीन होता है
बाजरा एक प्राचीन अनाज है जिसे पहले भारतीय किसान पशुओं के खाद्य के रूप में उगाते थे। लेकिन इसके गुणों की खोज के बाद, लोगों ने इसे अपने आहार में शामिल करना शुरू कर दिया। आजकल, बाजरे का उत्पादन पूरे विश्व में किया जाता है और इसके कई प्रकार होते हैं। यह अनाज सुखे जमीन पर अधिक उगाया जाता है। भारत में, बाजरे की खेती खासतौर पर राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में की जाती है।
बाजरे की रोटी एक स्वस्थ और पौष्टिक भोजन है। इसमें लगभग 3.2 ग्राम प्रोटीन होता है, जो गेहूं की रोटी से दोगुना होता है। इसमें बहुत सारे विटामिन (बी 1, बी 2, बी 3, बी 5, बी 6, बी 9) और खनिज (लौह, पोटेशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, तांबा, जस्ता और सेलेनियम) भी होते हैं। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो बाजरे की रोटी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
बाजरे की रोटी में कैलोरीज | Bajre ki roti calories
न्यूट्रिएंट | प्रति बजरे की रोटी (30 ग्राम) |
---|---|
कैलोरी | 111 |
प्रोटीन | 3.3 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 22 ग्राम |
फाइबर | 1 ग्राम |
शुगर | 0 ग्राम |
फैट | 0.3 ग्राम |
कोलेस्ट्रॉल | 0 मिलीग्राम |
सोडियम | 1.5 मिलीग्राम |
पोटेशियम | 122 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 13 मिलीग्राम |
आयरन | 1.17 मिलीग्राम |
बाजरे की रोटी के फायदे और नुकसान | Bajre ki roti ke fayde aur nuksan
बाजरे की रोटी खाने के फायदे और नुकसान – बाजरा एक पौष्टिक अनाज है जो सेहत के लिए कई फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन, खनिज तत्व और फाइबर की अधिक मात्रा होती है जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। बाजरे की रोटी खाना वजन कम करने में मदद कर सकता है और कैलोरी को बढ़ावा देता है।
बाजरे में विटामिन B-complex, फोस्फोरस, पोटैशियम, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक जैसे अनेक खनिज तत्व होते हैं। इन तत्वों की अधिक मात्रा आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है बाजरे के सेवन से संबंधित फायदे में शामिल हैं – स्वस्थ त्वचा, बढ़ती हुई शक्ति, बेहतर पाचन और डायबिटीज के नियंत्रण में मदद। इसके अलावा, बाजरे का सेवन नसों को मजबूत बनाता है, रक्त की मात्रा को बढ़ाता है और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
हालांकि, बाजरे के सेवन से नुकसान भी हो सकते हैं। अधिक मात्रा में बाजरे के सेवन से आप गैस, उलटी, त्वचा की खुजली और एलर्जी का सामना कर सकते है तो चलिए बाजरे की रोटी खाने के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानते है।
बाजरे की रोटी के फायदे | Benefits of bajra roti in hindi
Bajre ki roti khane ke fayde – बाजरा खाना हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होता है बाजरा हमारी पाचन शक्ति को ठीक करता है क्योंकि बाजरे में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाये जाते हैं जो हमारी पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में काफी सहायक होते हैं तो चलिए जानते है इसके कुछ फायदों के बारे में ।
- बाजरा आपके शरीर के लिए कई पोषक तत्व और खनिज प्रदान करता है जो आपकी सेहत को सुधारने में मदद करते हैं। इसका सेवन आपके कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करने में और डायबिटीज से बचाने में मदद करता है। बाजरे की रोटी खाना आपको कैलोरी दे तो देता है, लेकिन इससे वजन कम करने में भी सहायता मिलती है।
- बाजरे की रोटी खाने से एनर्जी मिलती है इसीलिए बाजरे की रोटी एक स्वस्थ आहार है जो विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह एक ऊर्जा स्रोत होता है जो शरीर को ताकत देता है और खाद्य अवशिष्टों को पाचन करने में मदद करता है। बाजरे में मौजूद फाइबर अधिक होता है जो वजन घटाने वाले आहारों की सूची में होता है। इससे भूख जल्दी नहीं लगती जो वजन नियंत्रण में मदद करता है। बाजरे की रोटी धीरे-धीरे पाचन की जाती है जिससे ग्लूकोज का उत्सर्जन धीमी दर से होता है
- बाजरे की रोटियां खाने से दिल की बीमारियां भी दूर हो जाती हैं क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल रखता है साथ ही साथ बाजरे में मैग्नीशियम, पोटेशियम, प्रोटीन, फाइबर, फास्फोरस और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिससे यह कई बीमारियों को ठीक करने में काफी मददगार होता है।
- बाजरा ग्लूटेन फ्री होता है, ग्लूटेन युक्त खाना खाने से हमारी पाचन क्रिया में दिक्कत आती है। बाजरे की रोटियां खाने से कब्ज से भी छुटकारा मिलता है और पेट सम्बन्धी कई विकार दूर रहते हैं।
- बाजरा हमारी किडनी, लिवर में से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में काफी सहायक होता है। बाजरे में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो कॉर्सेट, सेलेनियम और पैण्टोथेनिक एसिड होता है जो हमारे शरीर में कैंसर कोशिकाओं को पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं को नष्ट करके हमें हृदय रोगों, कैंसर और दूसरी बीमारियों से बचाता है।
- कुछ अध्ययन में पाया गया है की जो महिलाएं बाजरे का उपयोग करती हैं उनमें स्तन कैंसर का खतरा कम होता है क्योंकि स्तन कैंसर से बचने के लिए फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
- अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को बाजरे का उपयोग करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से हमारे शरीर में अस्थमा विकसित नहीं हो पाता है।
- रात को अच्छी नींद, तनाव को कम करने के लिए बाजरे का उपयोग करना चाहिये। बाजरे में ट्रिप्टोफैन पाया जाता है जो सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है। सेरोटोनिन तनाव को कम करने में काफी हद तक मदद करता है। सेरोटोनिन केमिकल का काम ब्रेन के सेल के बीच संदेश पहुंचाना होता है।
यह भी पढ़ें- बाजरा खाने के फायदे और नुकसान
बाजरे की रोटी के नुकसान | Bajre ki roti ke nuksan | Bajra roti side effects in hindi
बाजरे की रोटी खाने के नुकसान – अगर बाजरे का सेवन सही तरीके से और सही समय पर नहीं किया जाता है, तो इससे नुकसान हो सकते हैं। जब आप बाजरे का अधिक मात्रा में खाते हैं, तो इसमें पाया जाने वाला गोईट्रोजन हमारे थाइरॉइड हार्मोन को उत्तेजित करता है। यदि इसे अधिक सेवन किया जाता है, तो थायरॉइड का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, गोईट्रोजन एक ऐसा पदार्थ है जो खाने से शरीर में कैंसर और हार्मोनल गड़बड़ी के खतरे को बढ़ाता है।
बाजरे का अत्यधिक सेवन से घेंघा (Goiter), तनाव और सोचने की क्षमता में कमी, और त्वचा रूखी हो सकती है। घेंघा रोग में गले में फूल जाता है, और इसे शरीर में आयोडीन की कमी के कारण होने वाला रोग माना जाता है। इसलिए, बाजरे का सेवन हमेशा सही मात्रा में और सही तरीके से करना चाहिए, और इसे भिगोकर ही खाना चाहिए क्योंकि बाजरा सख्त होता है।
बाजरे की रोटी से सम्बंधित पूछे जाने वाले सवाल
बाजरे की रोटी का सेवन अधिकतर सुबह और दोपहर के भोजन में किया जाता है। इसे शाम तक नहीं रखा जाना चाहिए क्योंकि बाजरे की रोटी जल्दी से कड़ी हो जाती है जिससे उसे खाना कठिन हो जाता है।
बाजरे की रोटी खाने से सीधे वजन बढ़ने का कोई संबंध नहीं होता है, लेकिन अगर आप इसे ज्यादा मात्रा में खाते हैं तो आपका वजन बढ़ सकता है बाजरे की रोटी में फाइबर और पोषक तत्व होते हैं जो आपको भूख नहीं लगने देते हैं और यह आपको दिन भर की ऊर्जा देती है।
बाजरे की रोटी में मक्खन या घी लगा कर तैयार किया जा सकता है और फिर इसे सूखी हरी साग-सब्जियों या दही के साथ सर्व किया जा सकता है यह भारत के विभिन्न क्षेत्रों में पसंद की जाने वाली एक पारंपरिक रोटी है और स्वादिष्ट भी होती है।
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