इस आर्टिकल में जामुन का सिरका कैसे बनता है (Jamun ka sirka kaise banta hai), जामुन के सिरके के फायदे और नुकसान , इसको पीने की विधि के बारे में बताया गया है
जामुन, जिसे अंग्रेजी में Java Plum भी कहा जाता है, एक ऐसा फल है जो कई देशों में पाया जाता है। इसे गर्मी के मौसम में बेचा जाता है। फल में बीज होते हैं जो फायदेमंद भी होते हैं। जामुन के बीजों का इस्तेमाल जामुन का सिरका बनाने में किया जाता है. फल का रंग बैंगनी होता है और सिरका भी एक समान रंग का होता है।
जामुन का सिरका पीने से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। इसे आसानी से घर पर बनाया जा सकता है और यह एक स्वस्थ विकल्प है, जो गर्मी के महीनों में ठंडक प्रदान करता है। जामुन का सिरका एंटीऑक्सिडेंट, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी, विटामिन ए और कैल्शियम जैसे लाभकारी पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
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जामुन का सिरका कैसे बनता है | Jamun ka sirka kaise banta hai
जामुन के सिरका को आप बहुत ही आसान तरीके से घर पर बनाकर तैयार कर सकते हैं इस समय जामुन का सीजन चल रहा है तो आपके काले जमीन आसानी से बाजार में मिल जायेंगे। जामुन से बना सिरका बहुत ही गुणकारी होता है। यह कई बीमारियों से हमारे शरीर को निजात मिलती है। तो आइये जानते हैं काले जामुन का सिरका बनाने की सामग्री और विधि।
जामुन का सिरका बनाने की सामग्री | Jamun ka sirka banane ki samagri
- जामुन – 1 किग्रा
- नमक – स्वादानुसार
- पानी – आवश्यकतानुसार
- सुखी लाल मिर्च – 4 से 5
जामुन का सिरका बनाने की विधि | Jamun ka sirka banane ki vidhi
- सबसे पहले सभी काले जामुन को साफ पानी से धो लेंगे और साफ कपड़े से पोंछ लेंगे।
- फिर एक मिट्टी के बर्तन में जामुन, नमक और पानी को मिलाकर डालेंगे और साफ कपड़े से बांध देंगे ।
- अब बर्तन को 1 से 2 महीने के लिए गर्म स्थान पर रखेंगे ।
- कुछ दिनों बाद, जामुन का सिरका तैयार हो जाएगा। इसे साफ सूती कपड़े से छान लेंगे।
- अब जामुन का सिरका काँच की बोतल में भरेंगे ।
- बोतल में सुखी लाल मिर्च डालेंगे और ढक्कन बंद कर देंगे ।
- जामुन का सिरका खाने के लिए तैयार है इसमें हरी मिर्च, मूली, प्याज, गाजर, सिंघाड़े के टुकड़े भी मिला सकते हैं।
- यह सिरका आपको स्वस्थ रखता है और खाने का स्वाद भी बढ़ाता है। सिरके का इस्तेमाल सलाद, सब्जियां और अन्य व्यंजनों में किया जाता है।
जामुन का सिरका पीने की विधि | Jamun ka sirka pine ki vidhi
Jamun ka sirka kaise peete hain – जामुन का सिरका पेट संबंधी समस्याओं से निजात पाने में मददगार होता है। इसमें मौजूद ऑक्सालिक एसिड, गैलिक एसिड, और गैस पेट में कब्ज को दूर करने में मदद करते हैं। जामुन के सिरके में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण शरीर में शुगर लेवल को कम करने में मदद करते हैं। दिन में दो बार, भोजन के बाद, एक गिलास पानी के साथ 10 मिलीलीटर जामुन का सिरका का सेवन करना चाहिए ।
तो अगर आप पेट संबंधी समस्याओं से परेशान हैं, क्योंकि यह बेसल मेटाबॉलिज्म रेट (बीएमआर) बेहतर बनाता है तो जामुन का सिरका आपके लिए उपयोगी हो सकता है। हालांकि, इसे सेवन करने से पहले अपने डाइटिशियन या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
जामुन के सिरके के उपयोग | Jamun sirka uses in hindi
जामुन का फल स्वाद में खट्टा-मीठा होता है। यह गर्मी के मौसम में अधिक मिलता है। जामुन (Black Plum) अम्लीय प्रकृति का फल है। जामुन और जामुन के बीजों के कई सेहत लाभ होते (Benefits of Jamun) हैं। जामुन डायबिटीज रोगियों (Jamun for Diabetics) के ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है। हालांकि, जामुन (Java plum) की ही तरह जामुन का रस या सिरका भी कई गुणों से भरपूर होता है।
जामुन से तैयार जूस या इसका सिरका (jamun ka sirka ke fayde) कई सौंदर्य लाभ प्रदान करता है। जामुन में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें विटामिन सी, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, आयरन, कैल्शियम आदि अधिक होते हैं इसके अलावा, जामुन में ग्लूकोज, फ्रुक्टोज और सभी महत्वपूर्म लवण भी होते हैं।
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जामुन के सिरके के फायदे और नुकसान | Jamun ke sirke ke fayde aur nuksan
जामुन के सिरके के फायदे (jamun sirka ke fayde) अनगिनत है। दरअसल जामुन का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता है और इस जामुन के पत्ते भी लाभादायक होते हैं। जिसकी वजह से कई लोगों द्वारा जामुन के पत्तों का भी सेवन किया जाता है आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से जामुन के सिरके के फायदे और नुकसान के बारे में।
जामुन के सिरके के फायदे | Jamun vinegar benefits in hindi
Jamun ka sirka ke fayde – जामुन के फल से लेकर जामुन के पत्ते और गुठली भी फायदेमंद होती है। जामुन का सेवन स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि जामुन के औषधीय गुणों के कारण जामुन का सेवन, अच्छी सेहत के साथ कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी किया जाता है जामुन के सिरके के फायदे निम्नलिखित हैं।
- पाचन क्रिया को सुधारता है – जामुन के सिरके में एसिडिटी की मात्रा होती है, जो आपके पाचन क्रिया को सुधारती है। यह भोजन के दौरान एसिडिटी को कम करने में मदद करता है जिससे आपकी भोजन की पाचन क्रिया अधिक सहज होती है।
- डायबिटीज को नियंत्रित करता है – जामुन के सिरके में अन्य विटामिनों के साथ साथ इन्सुलिन भी होता है। यह इन्सुलिन आपके शरीर में खून की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो डायबिटीज के लिए बहुत उपयोगी होता है।
- कब्ज को दूर करता है – जामुन के सिरके में एन्टी-ऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं। यह आपकी पाचन तंत्र को सुधारता है जो कब्ज से जुड़ाव करने में मदद करता है। इससे आपकी आंतों में संचयित अपच को दूर करने में मदद मिलती है।
- वजन कम करने में मददगार होता है – जामुन के सिरके में विटामिन सी की मात्रा होती है जो आपके शरीर को अधिक ऊर्जा देती है। इससे आप अधिक व्यायाम कर सकते हैं और वजन कम करने में मदद मिलती है।
- मधुमेह से बचाव के लिए उपयोगी होता है – जामुन के सिरके में गुणकारी विटामिन, एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो मधुमेह के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। इसके अलावा, जामुन के सिरके में अन्य विटामिन और मिनरल भी होते हैं जो मधुमेह के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।
- शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में मददगार होता है – जामुन के सिरके में विटामिन सी, एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मददगार होते हैं। इसके अलावा, जामुन के सिरके में विटामिन और मिनरल भी होते हैं जो शरीर के सामान्य कार्यों के लिए आवश्यक होते हैं। इसे रोजाना सेवन करने से शरीर को आवश्यक ऊर्जा मिलती है और आपका स्वास्थ्य सुधरता है।
- किडनी और लीवर के लिए गुणकारी – किडनी और लीवर को स्वस्थ बनाए रखने में भी जामुन का सिरका लाभदायक माना जाता है और इसका नियमति सेवन करने से किडनी और लीवर सही से कार्य करते हैं। इसलिए अगर आप किडनी और लीवर की समस्या से परेशान हैं तो जामुन का सिरका पी लें।
- विटामिन सी की कमी करे दूर – विटामिन सी की कमी होने पर जामुन के सिरके का सेवन कर लें। इसे पीने से एक महीने के अंदर ही ये कमी पूरी हो जाएगी।
जामुन के सिरके का उपयोग करने के लिए, आप एक चम्मच जामुन के सिरके को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर पी सकते हैं आप इसे सलाद ड्रेसिंग और अन्य व्यंजनों में भी उपयोग कर सकते हैं जामुन के सिरके को खाने से पहले हमेशा उसे अच्छी तरह से हिलाएं ताकि उसके अच्छे गुणों को नुकसान न हो।
ध्यान रखें कि जामुन के सिरके का अधिक सेवन करने से शरीर में एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इसलिए, इसे अधिक मात्रा में न लें और अपने डॉक्टर की सलाह से खाये अगर आपको शरीर में एसिडिटी की समस्या है।
जामुन के सिरके के नुकसान | Side effects of Jamun vinegar in hindi
Jamun ka sirka ke nuksan – जामुन सिरके का उपयोग आमतौर पर वजन घटाने, डायबिटीज के नियंत्रण, गैस, पाचन तंत्र संबंधी समस्याओं आदि के लिए किया जाता है। हालांकि, कुछ लोगों को जामुन सिरके का सेवन करने से नुकसान भी हो सकते हैं तो आईये जानते है जामुन के सिरके से होने वाले नुकसान के बारे में –
- कुछ लोगों को जामुन के फल से एलर्जी होती हैं इसलिए उन लोगों को जामुन के सिरके से भी एलर्जी की समस्या हो सकती हैं।
- जामुन के सिरके का अधिक मात्रा में सेवन, दस्त का कारण बन सकता है इसलिए जामुन के सिरके का अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें।
- अगर कोई व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करता है, तो वह व्यक्ति जामुन के सिरके का सेवन करने से पहले, अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
- खाने खाने के तुरंत बाद जामुन का सिरका पीना नुकसानदायक हो सकता है इसलिए जामुन का सिरका खाना खाने के 1 घंटे बाद ही पीएं।
- गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाएं जामुन के सिरके का सेवन करने से पहले, डॉक्टर से राय लें।
इसलिए, आपको अधिकतम फायदों के लिए जामुन सिरके का उम्मीदवार बनने से पहले एक चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए विशेष रूप से जिन लोगों को पहले से ही पेट संबंधी समस्याएं हों, उन्हें अपने चिकित्सक से बात करना चाहिए।
जामुन के सिरके से सम्बंधित पूछे जाने वाले सवाल
जामुन का सिरका आपके पाचन तंत्र को सही तरीके से काम करने में मदद कर सकता है और आपके खाने को अच्छे से पचा सकता है। इसलिए, अगर आपको खाने को पचाने में समस्या होती है तो आप रोजाना जामुन का सिरका पी सकते हैं।
जामुन का सिरका आयरन और विटामिन सी से भरपूर होता है जो आपके शरीर में रक्त की मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है। इसे पीरियड्स के दौरान या हैवी ब्लड लॉस होने वाली महिलाओं को एनीमिया से बचने के लिए सलाह दी जाती है। पीलिया से पीड़ित लोगों के लिए भी इसका सेवन फायदेमंद हो सकता है। इसलिए, जब भी आपके शरीर को आयरन और विटामिन सी की जरूरत होती है, आप जामुन का सिरका पी सकते हैं।
जामुन के सिरके में एंटी माइक्रोबियल एपिटाइज प्रॉपर्टीज होती हैं जो शरीर में मौजूद शुगर लेवल को कम करके ऊर्जा में परिवर्तित कर देती हैं। इसलिए, मधुमेह रोगी रात के समय नियमित तौर पर जामुन के सिरके का सेवन करने से उनके इंसुलिन का स्तर संतुलित रहता है। इसके अलावा, जामुन के सिरके में शामिल विटामिन सी और फाइबर के साथ-साथ अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो मधुमेह के रोगियों के शरीर के लिए बेहद लाभदायक होते हैं। इसलिए, अगर आप मधुमेह रोगी हैं तो आप जामुन के सिरके का नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं।
जामुन का सिरका मधुमेह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण शरीर के शुगर स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और इंसुलिन का स्तर संतुलित रखते हैं। जब शरीर का शुगर स्तर नियंत्रित रहता है, तो रोगी नहीं महसूस करता कि वह मधुमेह से पीड़ित है। अगर जामुन का सिरका प्याज के साथ खाया जाए, तो शुगर स्तर तुरंत डाउन हो जाता है। इसलिए, मधुमेह रोगियों को खाने के बाद दिन में दो बार एक गिलास पानी के साथ 10 मिलीलीटर जामुन का सिरका नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।
आपको भोजन के बाद दिन में दो बार जामुन के सिरके का सेवन करना चाहिए। जामुन का सिरका शरीर में मौजूद शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है और बेसल मेटाबॉलिज्म रेट (बीएमआर) को बेहतर बनाता है।
जामुन में मौजूद उच्च अल्कलॉइड सामग्री उच्च रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाती है इसके अलावा, जामुन में मौजूद उच्च फाइबर सामग्री पाचन को सुधारती है और मतली एवं उल्टी जैसी समस्याओं को रोकती है जामुन के मूत्रवर्धक गुण गुर्दे से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
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Feature image credit – Photo by Martin Edholm: https://www.pexels.com/photo/black-liquid-in-clear-drinking-glass-5361003/