इस आर्टिकल में (थाइमोल) Thymol Benefits in Hindi, अजवाइन सत के फायदे, ajwain ka sat banane ki vidhi, Thymol uses in hindi आदि के बारे में बताया गया है
हम रोजाना रसोई में रखे उत्पादों का इस्तेमाल चाय बनाने, स्पेशल डिश बनाने व खाने में स्वाद बढ़ाने के लिये करते है लेकिन क्या आप जानते है कि आपके घर की रसोई, रसोई नही बल्कि घरेलू दवाखाना है।
जी हाँ, आप ये जान कर हैरान हो जायेगे की आपके घर में आपके आस पास कितनी सारी चीजे रखी हुई है जो कि पुराने ज़माने से जड़ी-बूटी दवाइयों के रूप में उपयोग की जाती थी और आज भी हमें कई समस्याओ इन्ही का उपयोग करते है ऐसे ही एक उत्पादक के बारे में आज हम आपको बतायेगे इसे अजवाइन कहा जाता है अजवाइन के बारे में हमने पहले से ही एक आर्टिकल लिखा हुआ है अधिक जानकारी लेने के लिए आप उस आर्टिकल को आप देख सकते है।
आज हम बात करेंगे अजवाइन के सत (Thymol) के बारे में बहुत से लोगो ने अजवाइन के सत (Thymol) के बारे में शायद ही सुना होगा आज हम अपने इस आर्टिकल में अजवाइन के सत (Thymol) के बारे में पूरी जानकारी देंगे जिसमे हम आपको अजवाइन का सत्व (ajavain ka satv) क्या होता है, इसका उपयोग कैसे करते है अजवाइन सत बनाने कि विधि, अजवाइन सत के फायदे और नुकसान! सभी के बारे में विस्तार से बतायेगे।
इसलिए आप सभी से निवेदन है की आप इस आर्टिकल को पूरा पड़े और इससे जुड़े कोई भी सवाल आपके मन में हो तो हमें कमेंट कर के पूछ सकते है चलिए शुरू करते है।
अजवाइन का सत क्या होता है (Ajwain ka sat kya hota hai)
अजवाइन का सत जिसे (Thyme camphor) या थाइमोल भी कहा जाता है।
अजवाइन को तो आप लोग जानते ही होगे अजवाइन में छोटे-छोटे ऐसे पोषक तत्व पाए जाते है जो ठंड लगना, सर्दी–जुकाम, बहती नाक से छुटकारा दिलाने में बहुत ही सहायक होते है अजवाइन सत अजवाइन से ही भाप के द्वारा निकाला जाता है रात को एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन डालकर सुबह अच्छे से पकाकर भाप द्वारा इसे खींचा जाता है जिसे हम अजवाइन का सत्व (Thymol) भी कहते है।
इसका चूर्ण बनाकर सेंधा नमक मिलाकर 2 ग्राम की मात्रा में पानी के साथ सेवन करे तो पेट में दर्द, अपच, अफरा, तथा दस्त में लाभकारी होती है। इसका सेवन दिन में तीन बार करना चाहिए। अजवाइन को रात में चबाकर गरम पानी पीने से सुबह पेट साफ होता है।
अजवाइन का सत बनाने की विधि (ajwain ka sat banane ki vidhi)
- सबसे पहले अजवाइन को साफ कर के पीस लेगे।
- फिर इसे छलनी से छान कर इसका पाउडर तैयार कर लेगे ।
- उसके बाद एक बर्तन में 1.5 लीटर पानी को गैस पर रखेंगे और इसे खूब उबालेंगे।
- ज़ब वह उबलकर 1 लीटर रह जायेगा तब नीचे उतारकर आधा किलोग्राम पिसी हुई अजवाइन डालकर ढक देंगे।
- इसके बाद जब ठंडा हो जायेगा तो छानकर बोतल में भरकर रख लेंगे।
- और इसे 50-50 ग्राम दिन में सुबह, दोपहर और शाम को सेवन करें।
अजवाइन सत का उपयोग | Uses of Ajwain sat | Thymol uses in hindi
अजवाइन के सत (Thymol) का उपयोग विशेष रूप से जनन इंद्रियों से संबंधित रोगों के लिए किया जाता है पर विभिन्न लक्षणों के आधार पर अजवाइन सत का प्रयोग कुछ इस प्रकार अलग-अलग बीमारियों में किया जा सकता है मानसिक रूप से परेशान चिड़चिड़ी रोगी के लिए अजवाइन का सत काफी फायदेमंद हो सकता है पेट दर्द, कमर दर्द में लाभकारी होता है अजवाइन का सत्व ठीक से नींद ना आना या फिर कामोत्तेजक सपने देखना सुबह उठकर थकान महसूस करना आदि में लाभकारी है।
अजवाइन सत के फायदे | Ajwain sat ke fayde in hindi |Thymol benefits in hindi
अजवाइन को नियमित रूप से सेवन किया जाये तो इसके बहुत सारे फायदे हो सकते है तो चलिए जानते है अजवाइन सत के सेवा से होने वाले फायदेमंद के बारे में –
- मुख से दुर्गंध आने पर गर्म पानी में मिलाकर कुल्ला करने से दुर्गंध खत्म हो जाती है।
- गठिया या जोड़ों के दर्द में अजवाइन के सत (Thymol) को कपूर एवं पिपरमेंट के साथ मिलाकर लगाने से तुरंत आराम मिलता है।
- स्किन संबंधित समस्याओं और मुंहासों में अजवाइन का सत्व (ajavain ka satv) की स्टीम लेने से चेहरे के एक्ने पिंपल्स खत्म हो जाते हैं।
- अजवाइन का सत दांतो के दर्द में भी लाभकारी होता है।
- यह कोल्ड कफ सर्दी जुकाम में लाभकारी होता है।
- मानसिक रोगों में अजवाइन का सत्व (Thymol) का उपयोग लाभकारी है।
- कमर दर्द व पीठ के दर्द में भी इसका सेवन फायदेमंद होता है।
- नींद ना आना व थकान रहना इसमें भी आपके लिए ajwain ka sat फायदेमंद होता है।
- सीने में होने वाली जलन में अजवाइन सत का उपयोग करे।
- पेट संबंधी रोगों में व एसिडिटी में अजवाइन सत (Thymol) फायदेमंद है।
- उल्टी एवं दस्त होने पर इसका सेवन करना बहुत लाभकारी है
- पेट दर्द, कान दर्द, दांत दर्द आदि में अजवाइन के सत (Thymol) का उपयोग करे।
- शरीर के दर्द में इसको लगाने से किसी भी तरह के दर्द से छुटकारा मिलता है।
- पुरुष रोग में लाभदायक।
- अजवाइन का सत्व (ajavain ka satv) का सेवन चर्म रोग में लाभकारी है।
- पेशाब या मूत्र संबंधी विकारों में अजवाइन का सत फायदेमंद है।
- इन्फ्लुएंजा में अजवाइन का सत (Thymol) लाभकारी है।
- हैजा कालरा में भी लाभकारी है।
- शराब की लत छुड़ाने में अजवाइन का सत्व फायदेमंद है।
- सुजाक एवं बवासीर में अजवाइन के सत का सेवन लाभकारी होता है।
अजवाइन सत के नुकसान (ajwain sat ke nuksan)
अजवाइन सत (Thymol) का ज्यादा उपयोग नहीं करना चाहिए क्युकी इसकी तासीर गर्म होती सर्दियों में इसका उपयोग फायदेमंद हो सकता है परन्तु हादसे ज्यादा उपयोग करने से अजवाइन सत (Thymol) के कई साइड इफ़ेक्ट भी हो सकते हैं जैसे- मतली या उल्टी महसूस होने पर स्किन एलर्जी जैसे त्वचा में जलन, सिर दर्द, पेट दर्द, पेट खराब होना चक्कर आना आदि हो सकते हैं। अजवाइन सतका बहुत कम मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए।